भारत में भोजन की थाली बिना चावल के अधूरी मानी जाती है। भारतीय खाने में चावल मुख्य आहार का हिस्सा है। अगर, खाने में गरमागरम चावल या सब्जी न हो, तो पेट भरा हुआ सा नहीं लगता। लेकिन, आज के समय में तेजी से बढ़ते डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मामलों को देखते हुए कई लोगों के मन में सवाल दौड़ने लगा है कि कि क्या रोजाना चावल खाने से वाकई डायबिटीज होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जैसे ही किसी को डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर की शिकायत होती है, सबसे पहले डाइट से चावल हटाने की सलाह दी जाती है। जिसके चलते लोगों को ऐसा लगने लगा है कि चावल को खाने से ब्लड शुगर बढ़ जाएगा। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह पूरी तरह सच नहीं है, बल्कि इस बात से ज्यादा फर्क पड़ता है कि चावल को किस तरह और किसके साथ खाया जा रहा है।

एशिया मोरिंगो अस्पताल में मशहूर डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि शुगर के मरीजों को चावल खाना चाहिए या नहीं। चावल खाने से शरीर में शुगर लेवल पर क्या असर पड़ता है। डॉ. पारस अग्रवाल के मुताबिक,भारत में भोजन की थाली बिना चावल के अधूरी मानी जाती है। भारतीय खाने में चावल मुख्य आहार का हिस्सा है। अगर, खाने में गरमागरम चावल या सब्जी न हो, तो पेट भरा हुआ सा नहीं लगता। लेकिन, आज के समय में तेजी से बढ़ते डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मामलों को देखते हुए कई लोगों के मन में सवाल दौड़ने लगा है कि कि क्या रोजाना चावल खाने से वाकई डायबिटीज होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जैसे ही किसी को डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर की शिकायत होती है, सबसे पहले डाइट से चावल हटाने की सलाह दी जाती है। जिसके चलते लोगों को ऐसा लगने लगा है कि चावल को खाने से ब्लड शुगर बढ़ जाएगा। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह पूरी तरह सच नहीं है, बल्कि इस बात से ज्यादा फर्क पड़ता है कि चावल को किस तरह और किसके साथ खाया जा रहा है।
चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) बहुत ज्यादा होता है यानी यह शरीर में तेजी से शुगर में बदल जाता है। इससे शुगर लेवल में अचानक वृद्धि होती है। शुगर के स्तर में बार-बार होने वाले उतार-चढ़ाव से शरीर की इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया कम हो सकती है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए चावल खाने के तरीके और मात्रा पर ध्यान देना जरूरी है।
फाइबर से भरपूर चावल चुनें
सफेद चावल की बजाय ब्राउन राइस, रेड राइस या मुट्ठी भर चावल यानी कम प्रोसेस्ड चावल खाने से ज्यादा फाइबर मिलता है। फाइबर खाने को धीरे-धीरे पचने में मदद करता है और ब्लड शुगर लेवल को तुरंत नहीं बढ़ाता। इसलिए चावल से परहेज करने की बजाय सही चावल का विकल्प चुनना ज्यादा फायदेमंद है।
हर दिन चावल खाना चाहिए या नहीं
चावल एक प्राकृतिक खाद्य सामग्री है, जो स्वस्थ और नियमित तरीके से सेवन करने पर शरीर को पोषण प्रदान करती है। चावल में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसलिए चावल को पूरी तरह से त्यागने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन अगर आपको शुगर है या आपका वजन बढ़ रहा है, तो चावल की मात्रा सीमित करना जरूरी है।