Diabetes स्पेशलिस्ट,घाटकोपर मुंबई में डॉक्टर निखिल प्रभु ने बताया प्री डायबिटीज को रिवर्स करने में Duration of diabetes बहुत मायने रखता है। अगर डायबिटीज का पता जल्दी लग जाए तो आसानी से इस बीमारी को रिवर्स किया जा सकता है।

प्रीडायबिटीज मतलब जिनकी शुगर की मात्रा यानी HBA1C 5.7 से 6.4 के बीच में है उसे प्रीडायबिटीज कहा जाता है। अगर HBA1C 6.5 को क्रॉस कर जाए तो इसे प्रीडायबिटीज मतलब जिनकी शुगर की मात्रा यानी HBA1C 5.7 से 6.4 के बीच में है उसे प्रीडायबिटीज कहा जाता है। अगर HBA1C 6.5 को क्रॉस कर जाए तो इसे Diabetes की श्रेणी में गिना जाता है। अगर आप प्रीडायबिटीज हैं तो आप इस क्रोनिक बीमारी को आसानी से बिना दवा के रिवर्स कर सकते हैं।
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो आज हर घर का हिस्सा बन गई है। कम उम्र में ही लोग इस क्रॉनिक बीमारी का शिकार हो रहे हैं। खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल इस बीमारी का कारण है। डायबिटीज एक लॉन्ग टर्म कंडीशन है लेकिन इसे मैनेज किया जा सकता है। अगर डाइट का ध्यान रखा जाए, बॉडी को एक्टिव रखा जाए और तनाव को कंट्रोल किया जाए तो आसानी से इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज की बीमारी रातो रात नहीं पनपती इस बीमारी को पनपने में सालों लगते हैं। डायबिटीज से पहले की स्थिति को प्री-डायबिटीज कहा जाता है।
डाइट से करें डायबिटीज रिवर्स
डाइट डायबिटीज रिवर्स करने की नींव है। सही खानपान से शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। डायबिटीज रिवर्स करने के लिए आप डाइट में हाई फाइबर फूड्स जैसे ओट्स, दालें, साबुत अनाज का सेवन करें। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल जैसे सेब और जामुन का सेवन करें। हरी पत्तेदार सब्जियां, हेल्दी फैट्स जैसे अवोकाडो, नट्स और सीड्स खाएं। रिफाइंड कार्ब्स जैसे सफेद ब्रेड और मैदा से परहेज करें। डाइट में मीठी चीजें, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से परहेज करें।
एक्सरसाइज से इंसुलिन सेंसिटिविटी में करें सुधार
डायबिटीज को रिवर्स करना चाहते हैं तो नियमित एक्सरसाइज करें। बॉडी एक्टिविटी शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है। रोज एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां शुगर को ऊर्जा में बदलने लगती हैं जिससे वजन कम होता है, हार्मोन बैलेंस होते हैं। आप रोज ब्रिस्क वॉकिंग, योग या प्राणायाम करके भी बॉडी को एक्टिव रख सकते हैं।
वज़न कम करें डायबिटीज हो जाएगी रिवर्स

एक्सपर्ट ने बताया फैट घटेगा तो ब्लड शुगर भी घटेगा। अगर आप ओवरवेट या मोटे हैं तो सिर्फ 5-10% वजन कम करने से ही डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। रोज बॉडी एक्टिविटी बढ़ा कर, डाइट कंट्रोल करके आप आसानी से वजन को घटा सकते हैं। पेट की चर्बी कम होने से इंसुलिन रेजिस्टेंस में बढ़ोतरी होती है और वज़न घटते ही लिवर और पैंक्रियाज की कार्यक्षमता में सुधार होता है।
तनाव को कंट्रोल करें
डायबिटीज को जन्म देने में तनाव बेहद जिम्मेदार है। तनाव किसी भी तरह का हो आपके ब्लड शुगर को बढ़ाता है। अगर आप डायबिटीज को रिवर्स करना चाहते हैं तो आप तनाव को कंट्रोल करें। तनाव कंट्रोल करने के लिए आप रोज 8 घंटों की नींद जरूर लें। नींद पूरी होगी तो आपका तनाव कंट्रोल रहेगा और डायबिटीज रिवर्स करना आसान होगा।
ब्लड शुगर मॉनिटरिंग है जरूरी
डायबिटीज रिवर्स करना चाहते हैं तो डायबिटीज मॉनिटरिंग करना भी जरूरी है। फास्टिंग शुगर से लेकर खाने के बाद और HbA1c (हर 3 महीने) ब्लड शुगर जांच जरूर कराएं। ब्लड शुगर की निगरानी करके आपको डायबिटीज के घटने और बढ़ने का अंदाजा रहेगा और आप आसानी से इस बीमारी पर काबू पा सकते हैं। इन 5 तरीकों को अपनाकर आप आसानी से डायबिटीज रिवर्स कर सकते हैं।